फर्जी सीआईए गिरोह के सरगना समेत चार गिरफ्तार, एसटीएफ के राडार पर था कथित सीआईए संगठन

कृष्णानन्द शर्मा (राज्य ब्यूरो) उत्तर प्रदेश
एसटीएफ व आजमगढ़ जिले की पुलिस ने डुप्लीकेट सीआईए टीम के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों के कब्जे से साढ़े चार लाख रूपए की ज्वैलरी और एक लाख 28 हजार नगद बरामद किया गया है। गिरोह के लोगे एसओजी की तर्ज पर संदिग्ध व भोले-भाले लोगों को उठाकर पैसा लेकर छोड़ने का काम करते थे। आरोपियों के कब्जे से काले रंग की स्कार्पियो भी बरामद हुई है, जो कि अधिकारियों की गाड़ी की तरह पर्दे और लाइट लगाकर सजाया गया था। जिले के एसपी अनुराग आर्य ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन आरोपी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। जल्द ही फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
*अहिरौला थानें में मामला हुआ दर्ज, अहिरौला पुलिस करेगी विवेचना*
मामले का खुलासा करते हुए जिले के एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। आरोपियों ने कई जिले में इस तरह की घटना में शामिल होने की बात बताई है। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है कि और कितने लोगों को इन लोगों द्वारा ठगा गया है। एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि क्राइम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी नाम से एजेंसी चलाते हैं। इसमें राज्य प्रभारी के रूप में राजेन्द्र पाठक सिकरारा जौनपुर, मनीष पाठक मेंबर सदस्य, प्रहलाद मौर्य गोरखपुर का प्रभारी बताता हैं जबकि मनीष पाठक आजमगढ़ जिले का रहने वाला है। इस वेबसाइट की जांच की जा रही है। इनके सदस्यों की क्या गतिविधियां हैं उन पर नजर रखी जा रही है। एसपी अनुराग आर्य का कहना है कि सभी आरोपियों के विरूद्ध गैंगेस्टर एक्ट, गैंग पंजीकरण व 14 ए गैंगेस्टर एक्ट के तहत जो भी संपत्ति इन लोगों ने अर्जित की है उसे भी जब्त किया जाएगा।
*पीड़ित नें डीजीपी से लगाई थी गुहार*
इस मामले में पीड़ित महेन्द्र यादव ने अहिरौला थाने में शिकायत दर्ज कराई की 26 अप्रैल को अपनी बाइक से घर जा रहा था। घर के पास नहर के पास बाइक से व्यक्ति खड़ा था तभी एक स्कार्पियो में बैठे कुछ लोग आए और अपने आप को एसओजी का बताकर अपनी गाड़ी में बैठाकर अपहरण कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने 10 लाख रूपए की मांग की। धमकी से परेशान परिजनों ने तीन लाख 60 हजार नगद और छह लाख 65 हजार कीमत के जेवरात और मोबाइल को छीनकर गाड़ी से धक्का देकर भगा दिया। इस मामले में महेन्द्र यादव ने 29 मई को मुख्यमंत्री, डीजीपी,एस०एस० पी० से गुहार लगाई थी उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अहिरौला थाने में शिकायत दर्ज किया गया था, मामले की गम्भीरता को देखते हुए डीजीपी नें त्वरित गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ को सौंप दिया था, अन्य आरोपियों के गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ सम्भावित स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है,