अज्ञात योगी के इशारे पर फैसले लेने वाली पूर्व NSE CEO 'चित्रा रामकृष्णा' के यहां IT रेड

NSE CEO Chitra Ramkrishana

अज्ञात योगी के इशारे पर फैसले लेने वाली पूर्व NSE CEO 'चित्रा रामकृष्णा' के यहां IT रेड

एनएसई (NSE) की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्णा के ठिकानों पर आयकर विभाग ने आज गुरुवार को छापेमारी की है. उनपर NSE से जुड़ी सीक्रेट जानकारियां अज्ञात लोगों से शेयर करने का आरोप है, जिससे उनको अवैध आर्थिक लाभ हुआ था. पिछले दिनों SEBI ने उनपर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था. यह जुर्माना मुख्य रणनीतिक अधिकारी के रूप में आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति में पाई गई अनियमितताओं की वजह से लगाया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चित्रा रामकृष्णा ने कहा था कि उसने ऐसा एक 'योगी' के कहने पर किया था, जो कि हिमालय में रहता है. जानकारी के मुताबिक, ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर/चीफ स्ट्रेटर्जी ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम के यहां भी छापेमारी हुई। एनएसई (NSE) भारत का सबसे बड़ा शेयर बाजार (Share Market) है, जिसमें रोजाना 49 करोड़ ट्रांजेक्शन होते हैं. एनएसई का एक दिन का टर्नओवर 64 हजार करोड़ रुपये है. हर रोज बड़ी संख्या में इन्वेस्टर्स इस मार्केट पर ट्रेड करते हैं. 2013 में एनएसई की तत्कालीन सीईओ एंड एमडी चित्रा रामकृष्णा ने आनंद सुब्रमण्यम को चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर (COO) के पद पर हायर किया. एनएसई में पहले से ऐसा कोई पद नहीं था. आनंद सुब्रमण्यम एनएसई में आने से पहले सरकारी कंपनी Balmer Lawrie में काम कर रहा था और उसकी सैलरी 15 लाख रुपये थी. एनएसई में उसे 9 गुना से भी ज्यादा बढ़ाकर 1.38 करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया. इसके बाद उसे लगातार प्रमोशन मिला और वह ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर बन गया. चित्रा ने आनंद को 5 दिन ऑफिस आने से भी छूट दी थी. उसे महज 3 दिन ऑफिस आना पड़ता था. चित्रा ने ये सारे फैसले अज्ञात योगी के कहने पर लिए थे, जिससे वह ईमेल के जरिए संपर्क करती थी। खबरों के मुताबिक, चित्रा ने सेबी को योगी के बारे में बताया कि उनका कोई शरीर नहीं है और वह अपनी इच्छा से कोई भी रूप धारण कर सकते हैं. वह एक रूहानी ताकत हैं, जो हिमालय में विचरण करते हैं. चित्रा rigyajursama@outlook.com पर ईमेल भेजकर बातचीत करती थी. वह यहां तक कि एनएसई की संवेदनशील और गोपनीय जानकारियां भी इस ईमेल पर भेजती थी. चित्रा ने अज्ञात योगी को जो जानकारियां दी, उनमें अगले 5 साल का फाइनेंशियल प्रोजेक्शन, डिविडेंड पे-आउट रेशियो, बिजनेस प्लान, एनएसई की बोर्ड मीटिंग का एजेंडा, एनएसई के कर्मचारियों के काम के रिव्यूज और अप्रेजल आदि भी शामिल हैं.